खिलवाड़
.......................मत मांगिये किसी से साथ,यहाँ
लोग समझ बैठते है खुद को भगवान
मत कीजिये किसी से उम्मीद
लोग समझ बैठते है खुद को तकदीर
मत सुनाईये अपने दर्द की दास्तान
लोग समझ लेगें आपको कमजोर
मत कीजिये खुद को जाहिर
लोग उड़ायेगें सिर्फ मजाक
मत कीजिये दोस्ती से प्यार
लोग समझते है इसे खिलवाड़
स्वलिखित
5:30am
Date 4/03/2016
आकांक्षा सक्सेना
जिला औरैया
उत्तर प्रदेश
Dear Akansha
ReplyDeleteThanks for this update. You write quite well on burning topics of India. Keep it up... Good wishes
Duniya itni bhi buri nahi hai. Apne lekhni me posivity bhi lao. Life has full of positive possibilities also... Its my point of view, I may be wrong also..
ReplyDeleteRegards