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द फोटो किलर - खौफनाक क्राइम स्टोरी



क्राइम स्टोरी - 

      द फोटो किलर
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लेखिका- ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना 


          कुछ लड़कियां स्विमिंग पूल में नहा रही थीं और कुछ  स्विमिंग सूट पहने अपने बालों को झटकते हुये पूल से निकल रहीं थीं कि तभी एक लड़की की नज़र एक युवक पर पड़ी जो एक पेड़ के पीछे छिपकर उन लड़कियों की फोटो ले रहा था। उस युवा की हरकत दूसरी लड़कियों को बताने के लिए वह जैसे ही आगे बढ़ी सामने से बहुत तीव्र गति से आती बाईक ने उन सभी लड़कियों का मानो ध्यान भंग कर दिया। उनमें से एक लड़की ने कहा, अरे! कौन है यह पागल! जो इस जगह को जीटी रोड समझ रख बाईक दौड़ा रहा है? और अभी वो कुछ संभल पातीं युवक ने अपनी बाइक को उनके बिल्कुल क़रीब ला कर खड़ा कर दिया।

        बाईक के रूकते ही उन सभी लड़कियों की नज़रें उस लड़के के चेहरे से ज्यादा उसकी मंहगी और स्टाइलिश बाईक पर पड़ीं और खुद को  "वाव हैंडसम"कहने से रोक नही पाईं।

  हैंडसम लड़का अपने चश्मे को आँखों से उतार कर अपनी बाइक की सीट पर रख कर बहुत तेजी से दौड़ते हुये उस चोरी से फोटो खींच रहे उस लड़के को पकड़ कर बुरी तरह पीटने लगा और  उसे उठा कर स्विमिंग पूल में फेंक दिया। 
     
    उस फोटो चोर को पूल में गिरता देख   सभी लड़कियां जोर-जोर से ताली बजाकर हँसने लगीं।  उनमें से एक लड़की ने कहा  ''चलो अब ज्यादा हीरो मत बनो,निकल लो यहां से।
 लड़के ने कहा वह तो मैं निकल ही लूंगा,बस बात यह है कि  मैडम यह लो आपना पर्स जो कल सुपर मार्केट में गिर गया था।  मैंने आपको काफी आवाज़ भी दी पर आप शायद जल्दी में थीं।

        लड़की ने थैंक्स कहते हुए बताया कि,सच कहूं तो इस पर्स में मेरी बहुत जरूरी चीज़ थी। 
        अच्छा तो चेक कर लो,वह ज़रूरी चीज़ है ना सुरक्षित?और यह कर उसे एक टक निहारने लगा। यह देखकर वह मुस्कुराते हुये कहती बोली,'ओ.. हैलो! अब  खुद की जान लोगे किया?
 खुद की.. मतलब? 
 तुम मुझे ऐसी नज़रों से एक टक देखोगे तो मैं तुम्हें इसी स्विमिंग पूल  में डुबो-डुबो कर मार दूंगी और अगर तुम्हारी जान ले ली तो बताओ जान किसकी जायेगी?
 यह सुनकर वह जोर से हँसते हुये बोला,'' तुम लड़कियां भी न बस मरने मारने पर उतारू रहती हो। भगवान की सुन्दर रचना को एक टक निहार लिया तो कौन सा जुर्म कर दिया।

      यह सुनते ही वह कहती है, ''जरा सी हेल्प क्या कर दी, बस पीछे ही पड़ गये। यह सुनकर लड़के ने मजाकिया अंदाज में कहा, ''नही मानोगी तो मुझे मजनू बनना पड़ेगा और हर समय तुम्हारा पीछा करना पड़ेगा।'' यह सुन कर लड़की कुछ कदम आगें बढ़ जाती है और पलट कर कहती है, ''ओ! तुम मजनू बनोगे तो मैं इच्छाधारी नागिन बन कर तुम्हें डस लूंगी समझे। यह बात सुनकर वह लड़का तेज कदमों से उसके पास आक प्यार से कहता है, ''मरने मारने की नही जीने की बात करो मैडम। ''केवल एक कॉफी का सवाल है '। 

अच्छा ठीक है पर वायदा करो के अगर यह इच्छा तुम्हारी पहली है तो यही आखिरी भी होगी। 
वादा मतलब ,  अपने खून की स्याही से स्टाम्प पर लिख कर दूं ?

     यह सुनकर वह लड़की जोर से हँस पड़ी। तो लड़के ने कहा, ''प्लीज़ मुझ पर भरोसा करो, बाईक पर बैठो। वह लड़की बाइक की सीट पर बैठती है तो वह बाईक की स्पीड बढ़ा देता है। वह उसे कस के पकड़ कर कहती है, एक्सीडेंटल बीमा तो है न तेरा? पागल हो, जान लोगे क्या? रूको यही रूको।
     वह कहता है डर लगे तो  मुझे और जोर से पकड़ लो मैडम! वह सोचने लगती है कि यह अनजान लड़का कहीं किसी एकांत जगह ले जाकर मेरे साथ कुछ गलत न कर दे।वह यहां तक सोच लेती है के वह बाइक के कूद कर भाग जाए ताकि इस मजनू से जान छूटे और सोचने यह भी लगती है कि  अगर मैं इस तेजी से दौड़ती बाईक से कूदी तो मेरे हाथ-पांव टूटे परवाह नहीं पर कहीं फेस न बिगड़ जाये और मेरा फेस बिगड़ गया तो मैं खुद को आईने में देखकर रोज तिल-तिल मरूंगी, और क्या पता मैं मर कर कहीं भूत बन गई तो... तभी वह जोर से बोला मैडम! कस कर पकड़ने को बोला था। 

     यूँ मेरी पीठ को बिस्तर समझ कर सोने के लिये नही। तभी जोर का ब्रेक लगा और वह अपने कल्पनालोक से बाहर आकर बोली क्या हुआ? तो वह हँसते हुये हाथ जोड़कर बोला, ''मैडम कॉफी शॉप आ गया।'' वह बाइक से उतर कर कहती है,  मैं सब समझती हूँ। बस, यूँ बिना बात लड़की से चिपकने के लिये यह सब करते हो तुम लड़के लोग।'' वह कहता है छी.. छी!आपकी कितनी गंदी सोच है, हम लड़कों के बारे में। मैडम यह कॉफी शॉप फ्राइडे के चार घंटे ही खुलती है। कहीं बंद न हो जाये इसलिये तुमको इतनी  स्पीड से लाया । वह लड़की सोचने लगती, कहीं यह लड़का मुझे कॉफी शॉप में ले जाकर परेशान न करे। लड़का कहता है कहाँ खो गयीं आप। 

      वह कहती है चुप करो, मैं वापस जा रही हूँ। तभी वह जैसे ही पलटती है कि पीछे से अपने  माँ-पापा और दोस्तों को एक साथ, ''हैपी बर्थडे प्रे।'' की आवाज़ें सुनकर हैरान रह जाती है। वह कुछ सोचती कि तभी चारों तरफ से बर्थ डे म्यूजिक सौंग सुरू हो जाता है। तो वह आश्चर्य से कहती है आप लोग यहाँ? तो वह लड़का कहता है, ''कल इस पर्स में आपका बर्थ सर्टिफिकेट जो गल्ती से देख लिया मैंने। 

     यह बात सुनते ही वह लड़की उस लड़के का कॉलर पकड़ कर कहती है, अच्छा! गल्ती से, पर्स का सब सामान देख लिया। ओह गॉड!  तो वह कहता है छी .. छी! कितनी गंदी सोच है! यह बेचारा बर्थ सर्टिफिकेट तो आपके पर्स की  ऊपर वाली जेब से झांक रहा था। जब पर्स की चैन खुली रखोगी तो एक्सीडेंट तो होगा ही मैडम। अब देखो!  मैंने तुम्हारी रियल एज भी पढ़ ली। यह सुनकर पीछे से उस लड़की 'प्रे' के माँ-पापा जोर से हँस पड़े। तो वह अपने पापा को घूरने लगी। यह देख उसके पिता जी ने कहा, ''बेटी 'प्रे' तुमने इसे पहचाना नही? अरे  यह वही है! तुम्हारे बचपन का दोस्त 'हिम' उर्फ हिमालय। तुम्हारे सेठी अंकल का बेटा।

     वह कहती है क्या? अरे लाफिंग बुद्धा तू तो कुछ ज्यादा ही स्मार्ट हो गया। तो वह कहता है छी.. छी! तभी "प्रे" खुशी से भरी नम आँखों से उसके मुँह पर हाँथ रखकर कहती है, ''थैन्कस हिम! इतना प्यारा सरप्राइज देने के लिये। हिमालय जैसे ही अपने बचपन की दोस्त 'प्रे' के मुंह से अपना बचपन वाला नाम 'हिम' सुनता है,तो वह खुद को रोक नही पाता और वह वहां मौजूद सब लोगों के सामने 'प्रे' को गले से लगा लेता है और बहुत प्यार से कहता है,'' हैपी बर्थ डे 'प्रे'।'' फिर कुछ देर बाद जन्मदिन की डांस पार्टी को बीच में छोड़कर वह ''प्रे'' के सामने उसकी माँ से कहता है, 'माँ मैं गोल्ड बिजनेस से जुड़ा हूँ।' आपको तो पता ही है कि यह हमारा बहुत पुराना और सफल बिजनेस है। 

       क्या आप मेरी दोस्त 'प्रे' की शादी मुझसे करेगीं? पीछे खड़े '' प्रे'' के पिताजी गुस्से में भरकर कहते हैं कि तेरी हिम्मत कैसे हुई! यह सुनकर सब लोग एक दूसरे का मुँह देखने लगते हैं। कि तभी वह धीरे से मुस्कुराते हुए कहते हैं, अरे पगले एक इशारा कर देता बस। तो हिमालय ने कहा, ''नहीं अंकल, मैं साफ बात सभी के सामने करने में यकीन रखता हूँ, शादी में इशारा नही बल्कि पूरी गम्भीरता जरूरी है। इतना सुनना था कि 'प्रे' के पापा ने हिमालय की पीठ थपथपाते हुये उसे गले से लगा लिया और कहा, ''देखो! हिमालय वह मेरी बेटी से ज्यादा मेरी प्यारी दोस्त है अगर तुम्हारी कोई डिमांड हो तो अभी मांग लो पर शादी बाद उसे कोई भी परेशानी हुई तो समझ लेना तुम। यह सुनकर वह हँसते हुये बोला, ''आपकी दोस्त मेरी भी दोस्त है, आपको कभी शिकायत का मौका नही मिलेगा।'' बस फिर क्या था, बर्थडे केक काटने के बाद हिमालय, प्रे को बेशकीमती अगूंठी पहना कर खुशी का इजहार करता है। चारों तरफ सब खुशी से नाच उठते हैं। इधर 'प्रे' हिमालय को प्यार भरी नज़रों से देखती हुई अपनी बचपन की यादों में खो जाती है। तभी हिमालय की आवाज़ 'प्रे' का ध्यान भंग कर देती है। हिमालय कहता है 'प्रे' कल लोंग ड्राईव पर चलें? यह सुन वह हँस पड़ती है।  इसी तरह प्यार भरी शेर-ओ-शायरी करते लड़ते-झगड़ते दिन बीतने लगते हैं और  धीरे-धीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगता है। दोनों रोज मिलने- जुलने लगते हैं।

        यह देख दोनों के माँ - बाप जल्द ही हिमालय और 'प्रे' की शादी खूब धूमधाम से कर देते हैं।'प्रे' की शादी से एक तरफ़ तो वह निश्चिंत और दूसरी तरफ़ वह बिल्कुल तंहा हो जाते हैं। कारण 'प्रे' उनकी इकलौती संतान भी और एक प्यारी दोस्त भी है जिसे वह विदा होते देख! मानो टूट से गये। पीछे से प्रे की माँ चाय का प्याला आगें बढ़ाते हुए कहतीं हैं, परेशान मत हो। अब तक तो वह अपनी ससुराल पहुंच गयी होगी। जहां उसका आरती थाल से भव्य स्वागत हो रहा होगा। यही बातें सोचते हुये 'प्रे' के माँ पापा दोनों कल्पनाओं में खो जाते हैं। इधर 'प्रे' ससुराल आती है। जहाँ उसे सभी परिवारियों से बहुत मान सम्मान मिलता है। फिर एक दिन उसकी नज़र घर के ड्राइंगरूम में लगी बेहद कीमती पेटिंग पर पड़ती है तो वह  सोचती है कि उसके घर में किसी चीज की कोई कमी नहीं है। हर तरफ सुख ही सुख है। 

       वह मन ही मन मुस्कुराती हुई कुछ सोच ही रही होती है कि उसके सास- ससुर आकर कहते हैं 'प्रे' बेटी! तीन घंटे बाद हमारी फ्लाइट है। हमें निकलना है। यह तुम दोनों का घर है। खूब सुख से रहो। वह कुछ बोल पाती कि उसकी सास उसके कान में कहती है, यही तो जिंदगी के बेहद खास और खूबसूरत दिन हैं! बेटा इंज्वाय करो। फिर तुम्हें न्यूयार्क बुला लूंगी। यह सुन 'प्रे' लजा जाती है और तुरंत ही अपनी सास के गले से लगकर कहती है, आप दुनिया की सबसे प्यारी माँ है। यह सुनकर उसकी सास उसका माथा चूँम लेतीं है और कहती हैं, ''सदा सुखी रहो मेरी बच्ची।'' फिर तेज कदमों से 'प्रे' के सास-ससुर रूम से बाहर निकल जाते हैं। 'प्रे' और हिमालय अपनी नयी जिंदगी की बहुत खुशी से शुरूआत करते हैं। 

      समय धीरे - धीरे  बीतने लगता है और 'प्रे' नोटिस करती है कि हिमालय रात में चुपके से कहीं चला जाता है। कभी हफ्तों घर नही आता। वह परेशान रहने लगती है और जिस दिन हिमालय आता, तो 'प्रे' को इतना प्यार करता कि वह कुछ कह नही पाती। एक दिन वह कहता है कि मैं सिडनी जा रहा हूँ और बहुत जल्द लौटूंगा। वह उसे एयरपोर्ट छोड़ने जाती है और कहती है,प्लीज़ पहुंच कर कॉल करना वरना समझ लेना! तो हिमालय कहता है पति पर इतना गुस्सा! कहकर मुस्कुराता हुआ वहां से निकल जाता है। दो दिन जब कोई मेसेज और कॉल नही आती तो प्रे गुस्से में मेसेज करती है हिमालय कहाँ हो? पहुँच गये न आराम से? तो हिमालय का मेसेज आता है, माय स्वीट वाईफ सोच रहा हूँ यह लिखूँ कि, जिस्म लेकर आया हूँ,  रूह छोड़ आया हूँ या यह कहूँ कि 'हिमालय' छोड़ आया हूँ और 'प्रे' ले कर आया हूँ। लव यू 'प्रे' चिंता न करो जल्दी आ जाऊँगा। 'प्रे' हिमालय के इस मेसेज को चूँम लेती है और बार-बार हजार बार पढ़ती है और खुशी-खुशी सो जाती है।

     एक हफ्ते बाद हिमालय वापस लौट आता है  और कहता कि माय स्वीट वाईफ'प्रे' तुम्हारा पति फ्यूचर में 'इजी' रहने के लिये 'बिजी' है। बिलीव मी किसी लड़की के चक्कर में नहीं हूँ प्लीज शक न करना । वह कहती है मेरा यह मतलब नही है हिम।तुम जब कॉल रिसीव नही करते और मैसेज का जवाब नही देते तो डर जाती हूँ। रात-रातभर तुम्हारी सलामती के लिये 'प्रे' करती हूँ। यह सुनकर हिमालय 'प्रे' का हाथ पकड़ कर प्यार से कहता है कि मेरी लाईफ में तो जीती जागती ऑलरैडी  'प्रे' है फिर 'प्रे' को 'प्रे' करने की क्या जरूरत? यह बात सुनकर 'प्रे' कहती है, हिम तुम कब सीरियस होगे?  तुम कम कमा लो पर मुझे समय तो दो प्लीज। वह 'प्रे'को गले से लगा लेता है और उसे कुछ बोलने नही देता। समय बीतता गया पर हिमालय का रवैया वही रहा। 
      
        फिर कुछ दिन बाद 'प्रे' को पता चलता है कि वह  प्रेग्नेंट है। यह जान कर वह खुशी से नाच उठती है और यह गुड न्यूज देने के लिये वह हिमालय को सैंकड़ों कॉल और मेसेज करती है पर लगातार दो दिन हिमालय का फोन बंद आता देख वह गुस्से से भर उठती है और फूट-फूट कर रो पड़ती है।वह अपने सास-ससुर को कॉल मिलाती है तो कॉल नही लगती। फिर वह अपने पापा को कॉल मिलाती है तो माँ कहती है कि बेटा तुम्हारा प्यारा दोस्त तुम्हारे पापा रूटीन चैकअप करा रहे हैं और मैं बाहर बैठी उनका इंतजार कर रही हूँ। यह सुन 'प्रे' फोन काट देती है।  बस फिर कुछ सोचते हुये अस्पताल पहुंच कर डॉक्टर को गर्भपात के लिये बोलती है तो डॉक्टर चैकअप करने के बाद साफ मना कर देती है कि यह नही हो सकता।

      एक तो यह कानूनी अपराध है और दूसरा इससे आपकी जान को खतरा है। यह सुनकर  वह रोते हुये घर आती है और चिल्लाती है कि जब बच्चे के बाप को फिक्र ही नही तो इस बच्चे को किस लिये जन्म दूँ। वह पागलों की तरह सिर पीट कर बहुत रोती है। फिर आँसू पोछते हुये और दर्द को सहते हुई घर की हर अँगवारी में जाकर कुछ ढूँढ़ने लगती है कि आखिर! कुछ तो ऐसा है जो हिमालय मुझसे छिपा रहा है। बस यह सोचकर वह पूरे घर का सामान उथल-पुथल कर डालती है। फिर गुस्से से घर की हर पैंटिग को फाड़ डालती है। बाद में लास्ट पेटिंग को जैसे ही गिराती है तो उसे एक दरवाज़ा नज़र आता है।

      वह सोचती है कि यहाँ यह दरवाज़ा कैसा? वह उस दीवार में बने दरवाजे के अंदर दाखिल होकर तलघर में नीचे उतर जाती है तो वहाँ का सारा हाल देख कर वह दंग रह जाती है। वह सामने बड़ी सी मेज पर  रखे दोनों बॉक्सेस में से पहला बॉक्स खोल कर देखती है तो हैरान रह जाती है कि इतनी सारी दूसरी लड़कियों  की नग्न फोट साथ  मेरे भी इतने सारे नग्न फोटो क्या मतलब?! फिर उसी बॉक्स की तली से वह एक फाइल को निकालती है जिसे पढ़कर वह सब समझ जाती है कि यह हिमालय हम सब इंडियन लड़कियों की नग्न फोटो खींच कर विदेश में बेच कर इस पीली धातु का काला धंधा कर रहा है। 
   वह दूसरा बॉक्स खोल कर देखती तो दंग रह जाती है कि इतनी गोल्ड ज्वैलरी! यह सब देख वह सदमे में आ जाती है और  मन ही मन एक दिल दहलाने वाला फैसला लेती है कि हिमालय तुम अब फोटो ही खीचों! अब मैं दूँगी तुम्हें फोटो! बस यह सोचकर गुस्से में भरी हुई 'प्रे' वहीं पर अपने पूरे कपड़े उतारकर फैंक देती है और रोते हुये वहाँ रखे सोने के बड़े-बड़े गहने एक-एक करके अपने प्रत्येक अंग पर पहनकर उस दरवाजे को बंद कर उसी पर अपने कुछ कपड़े ब्लाउज आदि टांग देती है। फिर ड्राईंग रूम में आकर बिना कुछ सोचे समझे और बिना एक पल गँवाये वह अपनी साड़ी का फंदा बनाकर झूल जाती है। कुछ देर बाद  हिमालय घर के अंदर आता है और पंखें से लटकी मृत 'प्रे' की लाश की तरफ एक टक देखता है और चुपचाप वहां से निकल जाता है। 


     कुछ देर बाद घर की कामवाली बाई आती है जो अपनी मालकिन 'प्रे' की सोने के गहनों से लदी लाश को देखकर कहती है, ''हाय दैया जै सुनहरी लाश! फिर डर से चीखते हुये वह वहां से  बाहर  की तरफ भागती है और
बाहर सड़क पर जाकर तुरंत पुलिस स्टेशन फोन कर देती है। चारों तरफ़ यह खबर आग की तरह फैल जाती है कि एक गर्भवती खूबसूरत महिला नग्न होकर इतनी अधिक मात्रा में सोना पहन कर आखिर! आत्महत्या क्यूँ करेगी? कुछ ही देर में यह खबर हर किसी के मन में उठी जिज्ञासा बन गयी कि जिस औरत के पास इतना सोना हो, वह आत्महत्या क्यों करेगी? जल्द ही देश में इस फोटो को लेकर सीबीआई जाँच बैठती हैं पर पता नही चल पाता कि आखिर! क्या मामला है। काफी महीने बीत जाते हैं पर पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगता और एक दिन इस मामले के छानबीन कर रहे सीबीआई ऑफिसर लक्ष्मण नायक को किसी केस के सिलसिले में उन्हें ब्राज़ील जाने का अर्जेन्ट कॉल आता है तो वह सोचते हैं कि मेरे तो कई फेसबुक फ्रैन्ड ब्राज़ील से हैं, चलो!  इस बहाने सबसे मिलना भी हो जायेगाा।

     यही सब सोचकर  वह ब्राज़ील पहुंचते हैं और एक होटल में बैठे कॉफी पी रहे होते हैं कि तभी उनकी नज़र वहां पड़ी एक मैग्जीन पर पड़ती है। वह जैसे ही उसे उठाते हैं तो हैरान रह जाते हैं। वह विश्व की सबसे मंहगी मैग्जीन 'द फोटो इज ट्रू विजडम' है जिसके कवर पेेज पर यह भारतीय नग्न गर्भवती गोल्ड ज्वेलरी से लदी खूबसूरत महिला की पिक 'द गोल्डन देथबॉडी' नामक किसी अग्रेज राईटर की चर्चित कहानी को पूर्ण करने के लिये इमेज के रूप में यूज की गयी थी। जो कि ब्राजील मैग्जीन के कवर पेज पर छपी है? वह अधिकारी उस मैग्जीन को लेकर होटल से निकल रहे होते हैं तो होटल स्टाफ उससे कहता है पहले इस मैग्जीन की कीमत पूरे दो हजार रूपये अदा करो फिर इस मैग्जीन को यहां से ले जाओ। 

     वह दो हजार रूपये उस मैग्जीन की कीमत देकर तुरंत उस मैग्जीन के ऑफिस पहुंचता है और इस फोटो की जानकारी करता है कि यह फोटो आपको बेची किसने? जब वह लोग बताने से मना कर देते हैं तो वह उन्हेें अपना आईडी कार्ड दिखाता है कि मैं इंडियन सीबीआई ऑफिसर लक्ष्मण नायक हूँ और यह अपराधिक केस मैं ही देख रहा हूँ। फिर बहुत लम्बी बहस के बाद एक नम्बर मिलता है और कुछ मेल लिंक मिलते हैं जिनकी वह भारत आकर खोजबीन शुरू करते हैं। 

     एक महीनेे की कड़ी मेहनत के बाद वह हिमालय को उसी स्विमिंग पूल पर जाकर धर दबोचते हैं और वहाँ नहा रहीं सभी लड़कियों के सामने जम कर पीटते हुये अपने ऑफिस ले आते हैं। काफी देर की पिटाई के बाद वह बताता है कि मैं 'प्रे' के जाने के बाद से बहुत दुखी हूँ। उसको मैने नही मारा। तब लक्ष्मण  एक जोरदार चांटा मारते हुये पूछते हैं, 'तेरी बीवी की पिक ब्राज़ील की मैग्जीन में कैसे?' फिर अपने कोट की अंदर वाली जेब से मैग्जीन निकाल कर दिखाते हुये बोले, '' यह देख! वह चुप बैठा रहा।  उसको चुप देख ऑफिसर उसके हाथ की उंगलियों को  मोड़ते हुये कहते हैं, ''बोल वरना उगुलियाँ तोड़ ही दूंगा फिर तू कैमरा पकड़ना तो दूर, कुछ भी पकड़ने के लायक नहीं रहेगा।तो वह डर से कांपते हुये बोला कि जब वह  उस दिन घर आया तो सामने लटकी 'प्रे' की लाश देखी और क्या गज़ब पोज था। मैने उस पिक को तुरन्त क्लिक कर लिया। फिर अंदर तलघर में जाकर गोल्ड बिस्किट और कागज लेकर वहाँ से निकल गया था। फिर वह फोटो मैंने फोटो तश्कर 'के. एल. साकेत' को बेच दी और उसने वही पिक अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बेच दी। हम लोग लड़कियों की नेकेड पिक अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बेच कर मोटा मुनाफा गोल्ड की सूरत में कमाते हैं और यह अरबों-खरबों का बिजनेस है।  



     यह सुन ऑफिसर ने उसके पाँव की उँगलियों को अपने जूते से कुुचलते हुये पूछा कि और इतनी गोल्ड ज्वैलरी ? वह बुरी तरह कराहते हुयेे बोला, ''जब रात अंधेरे किसी लड़की की नग्न फोटो ले रहा होता हूँँ तो नजर बचाकर उसी घर में चोरी भी कर लेता हूँ। '' तथा कभी - कभी रईसजादियों को प्यार के जाल में फंसाकर उनको ब्लैकमेल करके उनकी ज्वैलरी लूट लेता हूँ। बाद में उनके नग्न फोटो लेकर उन्हें मार कर समन्दर में फेंक आता हूँ। मेेेरे साथ तीस लोग की टीम है जिनमें दस लडकियां भी शामिल हैं। यह सुनकर ऑफिसर अपनी बेल्ट उतारता है और जी भर के उसको पीटता है फिर कुछ ही दिनों में 28 लोग पकड़ जाते हैं पर दो लोग पुुलिस के हाथ नही लग पाते। देश की कई सर्च एजेंसियाँ उन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाने की तैयारी में लग जाती हैं। 

      इधर हिमालय जेल में पड़ा है और   जब उसकी माँँ उसे जेल में मिलने पहुंचती है तो उसे नफ़त से  एक थप्पड़ मारते हुये कहती हैं कि तूने मेरी कोख से जन्म क्यों लिया बोल?  तेरे साथ यह भी कम हुआ।  तुझ जैसे दरिंदें  को सरेआम फांसी मिलनी चाहिए और यह कहते हुये वह वहाँ से चली जाती हैं पर दूर खड़े हिमालय के पिताजी पास आकर उसकी पिक क्लिक करके उसे दिखाते हुये कहते हैं कि यह पिक मैं खुद वाईरल करूंगा कि तुझ जैसी औलाद भगवान किसी को कभी न दें। यह कहकर हिमालय के माँ बाप वहां से चले जाते हैं। 

      माँ-पिताजी की इस नफ़रत को देख! हिमालय को अहसास होता है कि मैं पैसे और अय्याशी में इतना अँधा हो गया कि आज मेरे चारों ओर अँधेरा ही अँधेरा छा गया है तभी उसे हर जगह,  हर चीज में  'प्रे'  की लटकी लाश नजर आने लगती है और वह पागल सा डरा सहमा सा रहने लगता है। फिर एक दिन वह स्वंय अपने पूरे कपड़े उतार फैंकता है और फिर सबकी नज़रों से बचता हुआ जेल की चादरों से टंग कर आत्महत्या कर लेता है। सुबह जब सब लोग देखते हैं तो दंग रह जाते हैं कि उसके शरीर पर उसके ही खून से लिखा होता है 'हिमालय द फोटो किलर' और जमीन पर लिखा होता है माँ मुझे खुद से बहुत डर लग रहा है मुझे बचा लो......!!


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