PYARI MAA
प्यारी माँ
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आदत है हमारी ख़राब
आपको निहारते रहने की
रहतीं है आप भी बेक़रार
हमारी कमियों को मिटने की,
सुबह होती है हमारी
मुखड़ा देख के आपका
साँझ ढलती हमारी
अच्छाई आपकी सोच -सोच कर
आदत है हमारी ख़राब
आपको चुपके -चुपके देखने की
रहतीं आप भी बेक़रार
तुरन्त अभिव्यक्ति देने की,
मोसम की ठंडक है स्वभाव आपका
समय बीतता है प्यारा जो हो आशीर्वाद आपका
आदत है हमारी ख़राब
आपको यूहीं हँसाने की
रहतीं है आप भी बेक़रार
हमारी एक झलक पाने की
शुरुआत की शुरुआत होती है
आपकी शुरुआत देख कर
ह्रदय प्रेम से भर जाता है
आपका कान्तियुक्त व्यक्तित्व देख कर
..................................................................................... माँ के प्रेम को शब्दों मई नही बयाँ किया जा सकता ....
।।माँ तो बस माँ है।।
आकांक्षा सक्सेना
बाबरपुर ,औरैया
उत्तर प्रदेश .
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