मालिक वाह रे ! मेरे मालिक लोग तेरी चोखट पर आकर तुझे नहीं मांगते .............अजीब दास्ताँ है तेरे भी दर्द की ...... आकांक्षा सक्सेना बाबरपुर, औरैया उत्तर प्रदेश
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