कविता - बहुत कुछ बाकी है अभी...
ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
बाकी है अभी.....
अभी तो चंद लफ्जों में समेंटा है तुझे
एे! जिंदगी
अभी तो सूखे आँसुओं में दफ्न तेरी मुस्कुराहटें
लिखना बाकी है...
अभी तो खोखले किरदार में ढ़ाला है तुझे
ऐ! जिंदगी
अभी तो अपनी हारों को स्वीकार कर
रोशनी बिखेरना बाकी है...
अभी तो घुटन भरे रिश्ते में छिपाया है तुझे
ऐ! जिंदगी
अभी तो मुस्कुराहटों के गेटअप से
समझौते का मेकअप उतारना बाकी है...
अभी तो वक्त के सच से झुठलाया है तुझे
ऐ! जिंदगी
अभी तो अपनी आकांक्षाओं को महत्वाकांक्षाओं
से तौलना बाकी है...
- ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" मंगलवार 02 मई 2018 को साझा की गई है......... http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteशुक्रिया मैम💐🙏
Deleteआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 02 मई 2018 को साझा की गई है......... http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteशुक्रिया मैम🙏💐
Deleteबेहतरीन, शानदार, लाजवाब....
ReplyDeleteवाह!!!
शुक्रिया सु़धा जी💐🙏
Deleteचंद लफ्ज़ों की पूरी बानगी ...
ReplyDeleteशुक्रिया अमृता जी🙏💐
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ReplyDeleteअभी तो घुटन भरे रिश्ते में छिपाया है तुझे
ऐ! जिंदगी
अभी तो मुस्कुराहटों के गेटअप से
समझौते का मेकअप उतारना बाकी है..-
वाह !!!!!! बहुत बढ़िया अभिव्यक्ति प्रिय आकांक्षा जी | सस्नेह शुभकामना |
शुक्रिया रेनू जी🙏💐
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