#Justice_for_pujariji
सम्मानित पुजारी जी की इस बर्बरतापूर्ण साजिश के तहत जलाकर की गई हत्या के लिए सम्पूर्ण मानवता शर्मिंदा है। न्याय यही कहता है कि दोषियों के साथ वही हो जो दोषियों ने किया है। ⚖️ यह कितना दुखद है कि हम इंसान कहां जा रहे हैं...? ऐसा नेचर तो कुछ आदमखोर पशुओं में देखा गया है तो क्या हम मानव, दानवों और पशुओं के स्तर तक गिरते जा रहे हैं? सोचो! आने वाला समय और कितना भयावह होगा? विज्ञान कहती है कि डायनासोरों ने सबकुछ हजम कर लिया जब कुछ न मिला तो एक दूसरे को खाने लगे और बाद में सब समाप्त हो गये। तो क्या हम इंसान डायनासोरों की प्रजाति की तरह अपने ही मानवों की हत्याओं पर उतर आया है...आज जो कुछ भी हम आप देख रहे हैं, उनके दूरगामी बड़े ही भंयकर परिणाम सम्पूर्ण मानवजाति को भुगतने होगें। इसलिए हर तरह की राजनीति को कोने में रखकर पशु बनने से खुद को रोकें क्योंकि आप मानव हैं जिसका कृत्य मानव की हत्या नहीं बल्कि उसका सहारा बनना है। भविष्य में हम इंसानों ने अगर अपनी नफरतें न त्यागी तो हमारा भविष्य इन्हीं हत्याओं की चिताओं के धुंध में अपना भविष्य गुम होता हुआ देखेगें...समय आ गया है कि मानव अपनी बढ़ती महत्वाकांक्षा से उबरती दानवता पर नियंत्रण करे और देश दुनिया के कानून इतने कठोर हों कि धरती का कोई भी इंसान दानवता करने से पहले हजार बार सोचे.. जिससे हमारा देश और पूरी दुनिया एक उन्नत धरा बन सके। यह हम सबके एक आवाज़ होने के बाद ही सम्भव है।
-ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें
ॐशांति 🙏💐
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