'जय मम्मी' की कब करेगें आप?
इस फोटो में जो लिखा है -
ऐसा कुछ भी नहीं है कोरोना काल में हुई शादी में भले ही बाराती - घराती कम दिख रहे हों पर बेटी के घरवालों की समस्या कम नहीं हुई है - दहेज़ के नाम पर लाखों रूपये बैंक टू बैंक ट्रांसफर हो रहे हैं...... समाज इतनी जल्दी नहीं सुधरने वाला। इस दुनिया में लड़कियों के प्रति मुंह सिकोड़ने की आदत के पीछे सिर्फ़ एक ही कारण है लड़की की शादी में मांगे जाने वाली भारी-भरकम मांग यानि दहेज़... जब तक दोनों पक्ष के लोगों का स्वार्थ/लालच बरकरार रहेगा तब तक यह दहेज़ रूपी कुप्रथा हमारे समाज में अमर रहेगी।फिर चाहे कोरोना महामारी ही क्यों ना आये या जाये, ये लालचरूपी पाषाण हृदय नहीं पिघलने वाले........
नवरात्रि में माता-रानी की नौ दिन पूजा-अर्चना करते हैं और किसी - किसी घर में तो घर की मातायें - बहनें घर का शौचालय साफ करती हैं। कम से कम नौ दिन तो अपनी मम्मियों और बहनों को थोड़ी तो इज्ज़त दे दी जाये के इन नवरात्रि के दिनों में घर के पुरूष अपने-अपने घरों के शौचालय साफ कर लें...... मिलबांट कर घर के काम निपटा लिये जायें। यूंहि जय माता दी के उद्घोष के साथ ही साथ, थोड़े प्रेम और सम्मान से 'साथ/सपोर्ट' देकर जय मम्मी 🙏🌷की भी कर लिया जाये.......
__ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
VERY GOOD NICE THINKING
ReplyDelete