समाज आज कल
(साड़ी )
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समाज के कुछ लोगों की आधुनिक सोच देखो ये क्या
आधुनिक समय का प्रभाव है आप बतायेगा ...
सास - बहु ये लो साड़ी, में बनारस गई थी बेटा वहीं से
तेरे लिए लाई हूँ। देख रंग तो ठीक है ना ।
बहु - वो सब बाद में कितने रूपये की है ।
सास - तुझे पसंद है ना,बेटा
बहु (कुछ सोचते हुए) - अरे ! होगी 200 रुपये की तभी
नही बता रही । सासु माँ मैं अभी आती हूँ और एक साड़ी
उठा ले आई देखो माँ जी कल मेरी मम्मी ने भिजवाई है
पूरे 2000 रुपये की है,कैसी लगी ।
सास मुस्कुराई - अच्छी है बेटा
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अब सवाल ये उठता की सासू माँ मुस्कुराईं ?
।। क्लेश बचाना है तो मुस्कुराना पड़ता है ||
समय की मांग है
आकांक्षा सक्सेना बाबरपुर,औरैया उत्तर प्रदेश
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