गीत : दिल का साज - ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
दिल का हर साज हो तुम......
दिल का हर साज हो तुम
मन की आवाज हो तुम
मेरी अँखियों में बसे
मेरे हमराज हो तुम
दिल का हर साज हो तुम,मन की आवाज हो तुम
रातों में जब भी जाँगू
तुझे ही सामने पाऊँ
मेरी धड़कन में बसे
मेरे सरताज हो तुम
दिल का हर साज हो तुम,मन की आवाज हो तुम
जिधर भी मैं देखूँ
तू ही तू नज़र आये
मेरी श्वासों में बसे
मेरे भगवान हो तुम
दिल का हर साज हो तुम,मन की आवाज हो तुम
आईना जो मैं देखूँ
तेरा ही अक्स पाऊँ
मेरी पलकों में बसे
हसीन ख्वाब हो तुम
दिल का हर साज हो तुम,मन की आवाज हो तुम
आकांक्षा सक्सेना
25/09/2011
Monday 8:35 am
सुन्दर प्रस्तुति !
ReplyDeleteआज आपके ब्लॉग पर आकर काफी अच्छा लगा अप्पकी रचनाओ को पढ़कर , और एक अच्छे ब्लॉग फॉलो करने का अवसर मिला !
दिल से आभार 🙏💐
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