ज्वाला देवी को कहा गैस सिलेंडर...हिन्दूओं पर कुठाराघात कब तक?
हिन्दू देवी-देवताओं को बख्श दो... प्लीजजजजज🙏
Hindiabroad newspaper में #फिरोजखान जी हम हिन्दुओं की आदि देवी #माँज्वालादेवी को #गैससिलेंडर साबित करने पर तुल गये हैं... कई बडे बडे तथ्य दिये जा रहे हैं कि यह देवी नहीं है यह केवल मीथेन गैस है.. गैस सिलेंडर कनेक्शन बस.... देवी को पूजना मूर्खता की हद बता रहे..
देखिए! फिरोज खान जी भक्ति , विज्ञान से परे हैै।
विज्ञान बाहर की यात्रा है और आध्यात्म अंदर की यात्रा है.. आप तथ्य बीन रहे... एक भक्त एक सेवक एक अनंत का यात्री तत्व से ऊर्जा की यात्रा पर है.... आप गॉड को तथ्यों से झुठला सकते हो...झुठलाना दुनिया में बहुत आसान सी बात है.... पर जो आपके अंदर जीवन है उसे कैसे झुठला सकते हो...?
आप कुछ तथाकथित लोगों को सिर्फ़ हम हिन्दू और हमारे मंदिर और हमारे देवी-देवता ही मिलते हैं.. वार, कुठाराघात करने के लिए... क्या आपके पास लिखने को बेरोजगारी मुद्दा नहीं... क्या कश्मीरी पंडितों पर अलगाववादी द्वारा अनंत यातनाएं लिखने का मुद्दा नहीं... क्या तीन तलाक हलाला लिखने का मुद्दा नहीं..क्या दरगाहों पर जो होता है उसे लिखने का मुद्दा नहीं .. मिलता आपको...?
कभी आप जैसे लोग हम हिन्दुओं को निशाना बनाकर पीके जैसी फिल्म में हमारे धर्मगुरुओं को रॉंग नम्बर बताते हो...कभी आप लोग अपने घर्म पर फिल्म क्यों नहीं बनाते? आजतक इस्लाम पर उनके पैगम्बर पर कोई फिल्म क्यों नहीं बनी? सच तो यह है कि हिन्दू हमेशा टारगेट पर रहा.. आप जैसे तथाकथित लोगों व आक्रांताओं ने कभी मंदिर तोड़े, कभी हमारी आध्यात्मिकता ज्ञान विज्ञान के केन्द्र विक्रमशिला, तक्षशिला, नालंदा जैसे स्वर्ग का विध्वंस कर दिया जहां तीस हजार से ज्यादा धर्म ग्रंथ और उनपर किये हजारों अनमोल शोध सब जला कर भस्म कर दिए गये और अनेकों बौद्ध भिक्षुओं की निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया गया...पर उस समय के किसी भी हिन्दू और बचे बौद्ध भिक्षुओं ने भयंकर क्रोध में भी कभी आपकी धर्म बुक से कोई छेड़छाड़ नहीं की .. यह भी बात अपने में एक इतिहास है.. आप हमेशा हिन्दुओं के पीछे क्यों पड़े रहते हो...? आप विश्व के हम सब हिन्दुओं की अटल आस्था की प्रतीक माँ ज्वाला देवी को गैस सैलेंडर लिखेंगें.. और मैं आकांक्षा चुप रहूंगी... ये कैसे सोचा?
आपको बता दूँ हमारे हिन्दू धर्म में पेड- पौधे, पशु-पक्षी, नाग, आग, जल, वायु, धरती, मिट्टी सबकुछ पूज्यनीय है और यह ऐसी विराटता और व्यापकता हैं.. जिसे समझने के लिए आप जैसों के कुतर्की दिमाग नहीं बल्कि बच्चों जैसी निश्छलता, प्रेम और विश्वास चाहिये... मुझे आपसे यही कहना कि आपको कोई हक नहीं आप हमारे हिन्दू धर्म के देवी-देवताओं पर उँगली उठायें या कलम उठाकर उन्हें अपमानित करें.... बस अब बहुत हो गया...बख्श दो... अंतिम निवेदन :
आप तथाकथित लोग अपने कर्मों से हम हिन्दुओं को मजबूर ना करो कि हम वो करें जो हमें नहीं करना चाहिए....
देखिए! फिरोज खान जी भक्ति , विज्ञान से परे हैै।
विज्ञान बाहर की यात्रा है और आध्यात्म अंदर की यात्रा है.. आप तथ्य बीन रहे... एक भक्त एक सेवक एक अनंत का यात्री तत्व से ऊर्जा की यात्रा पर है.... आप गॉड को तथ्यों से झुठला सकते हो...झुठलाना दुनिया में बहुत आसान सी बात है.... पर जो आपके अंदर जीवन है उसे कैसे झुठला सकते हो...?
आप कुछ तथाकथित लोगों को सिर्फ़ हम हिन्दू और हमारे मंदिर और हमारे देवी-देवता ही मिलते हैं.. वार, कुठाराघात करने के लिए... क्या आपके पास लिखने को बेरोजगारी मुद्दा नहीं... क्या कश्मीरी पंडितों पर अलगाववादी द्वारा अनंत यातनाएं लिखने का मुद्दा नहीं... क्या तीन तलाक हलाला लिखने का मुद्दा नहीं..क्या दरगाहों पर जो होता है उसे लिखने का मुद्दा नहीं .. मिलता आपको...?
कभी आप जैसे लोग हम हिन्दुओं को निशाना बनाकर पीके जैसी फिल्म में हमारे धर्मगुरुओं को रॉंग नम्बर बताते हो...कभी आप लोग अपने घर्म पर फिल्म क्यों नहीं बनाते? आजतक इस्लाम पर उनके पैगम्बर पर कोई फिल्म क्यों नहीं बनी? सच तो यह है कि हिन्दू हमेशा टारगेट पर रहा.. आप जैसे तथाकथित लोगों व आक्रांताओं ने कभी मंदिर तोड़े, कभी हमारी आध्यात्मिकता ज्ञान विज्ञान के केन्द्र विक्रमशिला, तक्षशिला, नालंदा जैसे स्वर्ग का विध्वंस कर दिया जहां तीस हजार से ज्यादा धर्म ग्रंथ और उनपर किये हजारों अनमोल शोध सब जला कर भस्म कर दिए गये और अनेकों बौद्ध भिक्षुओं की निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया गया...पर उस समय के किसी भी हिन्दू और बचे बौद्ध भिक्षुओं ने भयंकर क्रोध में भी कभी आपकी धर्म बुक से कोई छेड़छाड़ नहीं की .. यह भी बात अपने में एक इतिहास है.. आप हमेशा हिन्दुओं के पीछे क्यों पड़े रहते हो...? आप विश्व के हम सब हिन्दुओं की अटल आस्था की प्रतीक माँ ज्वाला देवी को गैस सैलेंडर लिखेंगें.. और मैं आकांक्षा चुप रहूंगी... ये कैसे सोचा?
आपको बता दूँ हमारे हिन्दू धर्म में पेड- पौधे, पशु-पक्षी, नाग, आग, जल, वायु, धरती, मिट्टी सबकुछ पूज्यनीय है और यह ऐसी विराटता और व्यापकता हैं.. जिसे समझने के लिए आप जैसों के कुतर्की दिमाग नहीं बल्कि बच्चों जैसी निश्छलता, प्रेम और विश्वास चाहिये... मुझे आपसे यही कहना कि आपको कोई हक नहीं आप हमारे हिन्दू धर्म के देवी-देवताओं पर उँगली उठायें या कलम उठाकर उन्हें अपमानित करें.... बस अब बहुत हो गया...बख्श दो... अंतिम निवेदन :
आप तथाकथित लोग अपने कर्मों से हम हिन्दुओं को मजबूर ना करो कि हम वो करें जो हमें नहीं करना चाहिए....
-ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
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