मैं भावविभोर हूं _ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना
मैं भावविभोर हूं.... क्या लिखूं... यह ऐसा ऋण है जो कभी चुकाया नहीं जा सकता🙏💐सच की दस्तक परिवार के संरक्षक परम आदरणीय श्री इंदुभूषण कोचगवे जी, बड़े भाई श्री रोहित कोचगवे जी व आदरणीय संपादक श्री ब्रजेश जी, मनोज उपाध्याय जी,परमपूज्य बड़े भाई श्री नरेंद्र विक्रम सिंह जी और धराधाम इंटरनेशनल परिवार, से हमारे आदरणीय सौहार्दशिरोमणि गुरूदेवजी श्री सौरभ पाण्डेय जी व झारखंड फ्रंटलाईन परिवार के संपादक श्री आलोक बारला बड़े भाई जी व आदरणीय अवधेश कुमार अवध भाई जी आपकी शुद्ध लेखनी के लिए, आदरणीय जितेन्द्र देव पाण्डेय विद्यार्थी जी, आदरणीय श्याम यादव भाई जी व ऑल इंडिया रेडियो, जयपुर से RJ/Journalist प्यारी बहन निशा अग्रवाल जी आपकी प्यारी कविता के लिए, राजस्थान रेडियो से RJ/Journalist बड़े भाई देवेन्द्र कुमार जी, आप सभी पदाधिकारियों, कर्मचारियों, सदस्यों और प्यारे ढ़ेर सारे बच्चों,, आप सभी की शुभकामनाओं के प्रति हम दिल से आभारी हैं। मुझे नहीं पता था कि इतने सारे लोग मुझे इतना स्नेह और सम्मान करते हैं.. आज आप सब के प्रति मेैं जन्म-जन्मांतर के लिए ऋणि हो गयीं हूँ। मुझ जैसी साधारण कलमकार के लिए यही स्वर्गानुभूति है।
हृदय से धन्यवाद🙏💐
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