______👇चाँद चाहिए पर दाग नहीं आग चाहिये पर धूं/राख़ नहींअन्न चाहिये पर मल नहीं...धन चाहिये पर सेवा नहीं भक्ति चाहिए पर त्याग नहींसिर्फ़ चाहिये-2 पर दान नहींतू! सब स्वीकारवरना ईश्वर को तू स्वीकार नहीं।_ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना 08/01/2023
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